heart attack

दिल से जुड़ी बीमारियां(दिल की मुश्किलें), आज एक बड़ी समस्या बन गया है। कोरोना के आने के बाद इस बीमारी के, और मामले सामने आने लगें हैं। लेकिन कोरोना ही नहीं बल्कि जीवनशैली में बदलाव और समय के उथल पुथल के साथ पारिवारिक इतिहास भी इसका एक बड़ा कारण है। इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर हमारे खान – पान पर भी बहुत ज्यादा पड़ा है और कई रिपोर्ट्स ने यह बताया है की corona के बाद लोगों के तरीके में परिवर्तन हुआ है। जिसमें एक परिवर्तन, घर से ज्यादा बाहर के खाने का भी है।

ऐसे में, यह देखना आवश्यक है की रोजाना खाई जाने वाली कुछ चीजें हृदय रोग और दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। गलत खान- पान आपका ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बड़ा सकते हैं, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं। ऐसे में हम आपके लिए लाए हैं 10 ऐसे पदार्थ, जो आपकी थाली से आपके जिंदगी में जहर घोलने का काम कर सकते हैं। इसलिए इनका सेवन करते हुए अपने शारीरिक क्षमता और उम्र का ध्यान रखें… ये खाद्य पदार्थ हैं…..

चीनी, नमक और वसा(दिल की मुश्किलें)

अधिक चीनी, वसा और नमक वाले खाद्य पदार्थ आपके दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। यदि, आप अपने दिल को स्वस्थ्य रखना चाहते हैं, तब ऐसे चीजों का सेवन बहुत या फिर करना ही नहीं चाहिए। इनका सेवन करने के बजाय आप फल और सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए।

अगर आप जिम जाते हैं, एक्सरसाइज करते हैं, या फिर किसी तरह की कोई भी एक्टिविटी करते हैं या फिर आप अपने खाने की डाइट के प्रति सचेत रहते हैं तो फिर आपने लीन प्रोटीन (lean protein) शब्द कहीं न कहीं अवश्य ही सुना होगा। लीन प्रोटीन, प्रोटीन का ही एक स्रोत हैं लेकिन सामान्य प्रोटीन से यह थोड़ा अलग होता हैं और इसमें कैलोरीज भी कम होती हैं। जिस वजह से जिम लवर इसे अपने खाने में शामिल करना ज्यादा पसंद करते हैं। खासकर वेट लॉस और मसल बिल्डिंग डाइट में लीन प्रोटीन को बेहद फायदेमंद माना जाता हैं।

रेड मीट या लाल मांस(दिल की मुश्किलें)

लाल मांस के अधिक सेवन करने से दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है, जिससे आपको हार्ट अटैक आ सकता है। लाल मांस में सैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, जो खून के विंस में खराब कोलस्ट्रॉल बढ़ा सकता है। जाहिर सी बात है, कि, शरीर में colestral की मात्रा बढ़ना दिल के दौरे को निमंत्रण देना है।(दिल की मुश्किलें)

ज्यादातर सैचुरेटेड फैट एनिमल फैट होते हैं। वे उच्च वसा वाले मांस और दूध, मक्खन, पनीर, आइसक्रीम जैसे डेयरी उत्पादों में पाए जाते हैं। बहुत ज्यादा सैचुरेटेड फैट खाने से LDL (बैड) कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है।

सोडा या मीठा पेय पदार्थ

Bahut adhik मात्रा में सोडा या कोल्ड ड्रिंक्स जैसे मीठे पेय पदार्थ का खाने की सामग्री में लेने से, सिर्फ दिल के दौरे का ही खतरा नहीं अपितु, डायबिटीज, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे का भी खतरा आपको हो सकता है। अगर आप अपने दिल को स्वस्थ्य तरीके से चलाना चाहते हैं तो इन सब चीजों से बचें और सादा पानी, नारियल पानी, नींबू पानी जैसे पेय खाद्य पदार्थों को अपने रेगुलर के डाइट में शामिल करें।

नमकीन, बिस्कुट, केक

आज हममें से कई व्यक्तियों ने अपने जीवन में तरह – तरह की नमकीन , बेक्ड बिस्कुट और केक जैसी वस्तुओं का सेवन बहुत अधिक मात्रा में करना शुरू कर दिया है। अगर देखें तो, इन चीजों में चीनी का मात्रा बहुत ही ज्यादा होती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बहुत बढ़ सकता है। ये चीजें ट्राइग्लिसराइड लेवल भी बड़ा सकती हैं जिनसे हृदय रोग हो सकता है। वास्तव में देखा जाए तो, इन चीजों को बनाने के लिए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, जो ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ा सकता है।

ट्राइग्लिसराइड्स हमारे रक्त में मौजूद एक प्रकार का वसा होता है। ट्राइग्लिसराइड के उच्च स्तर से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाएगा। आनुवांशिक विरासत, चयापचय रोग (जैसे मधुमेह) और कुछ दवाओं के कारण रक्त ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है।

सफेद चावल, ब्रेड और पास्ता

सफेद चावल, ब्रेड में बदल जाते हैं और जिससे शरीर के वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। मैदा के प्रयोग से बने चावल, ब्रेड, पास्ता और स्नैक्स में फाइबर , विटामिन और मिनरल्स की मात्रा कम होती है। ये सब शुगर में परिवर्तित हो जाती हैं, जिसे हमारा शरीर वसा के रूप में लेता है। जाहिर है, वसा हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा हुआ है। (दिल की मुश्किलें)

टाइप 2 डायबिटीज में व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन तो बनता है, लेकिन रजिस्टेंस की वजह से उसका सही उपयोग नहीं हो पाता। ऐसी कंडीशन में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।  
टाइप 2 डायबिटीज बिगड़ती हुई लाइफस्टाइल, मोटापा समेत कई वजहों से हो सकती है। इस डायबिटीज को कंट्रोल करके लोग आम जिंदगी जी सकते हैं।
रेजिस्टेंस (प्रतिरोध) किसी पदार्थ का वह शक्तिशाली गुण है। जो अपने अन्दर से गुजरने वाली करंट का प्रबल विरोध करती है। या करंट के रस्ते में रुकावट पैदा करे। रेजिस्टेंस कहलाता है।
इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin ‎Resistance) एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोशिकाएं रक्त शर्करा (blood sugar) को अवशोषित करने में सक्षम ‎नहीं होती हैं, जिससे रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर बढ़ जाता है।
A study published in NCBI (National Center For Biotechnology Information) HELP:- WIKIPEDIA AND NAVBHARAT TIMES
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का दावा या विकल्प नहीं हो सकता है। अगर आपको ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप सलाह के लिए अपने पारिवारिक डॉक्टर से संपर्क करके उनसे जानकारी ले सकते हैं।

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By Admin

6 thought on “रोजाना खाई जाने वाली ये 10 चीजें बड़ा सकती है आपके दिल की मुश्किलें”

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