कैमरे कितने प्रकार के होते हैं(Different types Of camera)
आज के इस आधुनिक युग में जब टेक्नोलॉजी इतना ज्यादा अपडेट हो चुकी है कि इसने लोगों के रहने और आचार-विचार के तरीके में भी बदलाव करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे में कैमरे की बात करें तो आज बाजार में कई तरह से कैमरे आ गए हैं और अलग अलग प्रकार के कैमरे अलग-अलग प्रकार के काम के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं। पहले तो हम उन तीन कैमरे के प्रकारों की बात करेंगे जो आज के समय मे ज्यादातर प्रयोग में लाये जाते हैं। उसके बाद अन्य कैमरों के बारे में बात करेंगे जो वर्तमान काल मे उपयोग में लाए जा रहें हैं।(Different types Of camera)
बाजार में 3 प्रकार के कैमरे जो ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं… निम्नलिखित हैं….
- पॉइंट एंड शूट कैमरा
- DSLR(डिजिटल सिंगल लेंस कैमरा)
- MILC (मिररलेंस इंटर चेंजेबल लेंस)
1. पॉइंट एंड शूट कैमरा:- इसे कॉम्पैक्ट डिजिटल कैमरा के नाम से भी जाना जाता है। इन कैमरों को सामान्य फोटोग्राफी के लिए प्रयोग किया जाता है। इसी के साथ, यह छोटा और हल्का भी होता है और इन कैमरों में अलग से लेंस या फ़्लैश भी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। जिसके चलते सभी प्रकार के कैमरा यूज़र्स के लिए यह अनुकूल होता है और यही वजह है कि अभी भी लोग Canon और Nikon के Digital Compact camera का प्रयोग करना पसंद करते हैं।
इस कैमरे में aperture और ज़ूम range सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं। इस कैमरे में सेंसर बहुत छोटा होता है और इसका फोकस भी अन्य कैमरों के मुकाबले कम ही होता है। वहीं कुछ पॉइंट एंड शूट कैमरों में DSLR कैमरों के कुछ बेसिक फीचर भी होते हैं लेकिन ऑटोफोकस और ऑटोमैटिक मोड के कारण चलाना बहुत ही आसान है।
Point and shoot कैमरा के तीन प्रकार हैं…. 1) ultra compact 2) super zoom compact 3)large censor camera
Point and Shoot कैमरों का प्रयोग, ज्यादातर पार्टी, मेलमिलाप, सैर-सपाटे आदि के फोटो लेने के लिए किया जाता है। ये कैमरे DSLR कैमरा के मुकाबले सस्ते होते हैं। जिसके चलते बच्चों के बीच ये कैमरा ज्यादा प्रसिद्ध है।
2. DSLR:- DSLR का पूरा नाम डिजिटल सिंगल लेंस रिफ्लेक्स कैमरा है यह तेज और शानदार फोटोज़ लेने के लिए जाना जाता है। यह सभी प्रकार के कैमरे में सबसे ज्यादा प्रसिद्द हैं। यह कैमरा स्पेशल उन लोगों के लिए होते हैं जो फोटोग्राफी के क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं और इस क्षेत्र को गंभीरता से लेते हैं और जिन्हें अपने कैमरे में बहुत ज्यादा फीचर की जरूरत होने के साथ उनके व्यवसाय उद्देश्य को पूरा करते हैं।
DSLR कैमरा आज लगभग सभी के बजट में उपलब्ध है लेकिन इस प्रकार के कैमरों का उपयोग करना सभी लोगों के प्रयोग करने के लिए सक्षम नहीं होता है। इसी के साथ यह कैमरा थोड़ा भारी और बड़ा भी होता है और इसके लिए आपको अलग-अलग प्रकार के लेंस को ख़रीरने की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
वहीं आपको इस कैमरे के सारे फीचर्स का प्रयोग करने के लिए, हो सकता है कि आपको फोटोग्राफी की क्लास लेने की जरूरत पड़ सकती है। एक बात जो अन्य कैमरों से इसे बेजोड़ बनाती है वह यह है कि,इन कैमरों द्वारा ली गयी फ़ोटो बहुत शानदार होती है। इसी के साथ इन कैमरों की बराबरी शायद ही कोई कैमरा कर पाए।
DSLR के कई कैमरों का प्रयोग मैगज़ीन के लिए हाई रेंज की पिक्चर को कैप्चर करने और टेलीविजन शो के साथ फिल्मों के लिए 60fps तक फुल एचडी 1080p वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है।
DSLR सेंसर के आकार के आधार पर दो प्रकार के होते हैं…
- फुल फ्रेम
- क्रॉप फ्रेम
फुल फ्रेम:- इन कैमरों का सेंसर 35mm फ़िल्म कि जितना बड़ा होता है। इसकी फोटो क्वालिटी सबसे अच्छी मानी जाती है। इसी के साथ इनकी कीमत भी ज्यादा होती है।
क्रॉप-सेंसर:- इन कैमरों का सेंसर छोटा होता है और इनकी फोटो क्वालिटी भी बढ़िया होती है। इसी के साथ इनकी कीमत फुल फ्रेम कैमरा के मुकाबले कम होता है।
डीएसएलआर कैमरों को उनके उपयोग के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है.... 1) बिगनर्स 2) सेमी-प्रोफेशनल 3) प्रोफेशनल
कैनन और nikon , DSLR कैमरे के दो लोकप्रिय निर्माता हैं। सभी मौजूदा डीएसएलआर कैमरे वीडियो रिकॉर्ड करने में भी सक्षम है। यह लगभग 4k वीडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।
MILC:- MICROLENS INTER CHANGABLE LENS यानी MILC प्रकार के कैमरे पिछले कुछ समय से बाजार में उपलब्ध होने लगे हैं। इन कैमरों में प्वाइंट एंड शूट ऑल डीएसएलआर, दोनों प्रकार के कैमरों के फीचर उपलब्ध होते हैं। यह आकार में प्वाइंट एंड शूट कैमरा के समान होते हैं लेकिन इनकी फीचर डीएसएलआर कैमरे जैसे होते हैं।
डीएसएलआर कैमरा की तरह ही इसके लिए भी अलग से लेंस खरीदने पड़ते हैं। इन कैमरों की कीमत डीएसएलआर कैमरों से कम और प्वाइंट एंड शूट कैमरा से अधिक होती है। वही अच्छी क्वालिटी के MILC कैमरे डीएसएलआर कैमरों के बराबर भी महंगे हो सकते हैं।
MILC को सेंसर के आधार पर 3 प्रकार से विभाजित कर सकते हैं…. 1) फुल फ्रेम 2) क्रॉप सेंसर 3) माइक्रो फ़ॉर thirds
Micro for thirds:- इसको MFT या M4/3 के नाम से भी जाना जाता है MFT एक मानक है जिसे वर्ष 2008 में पैनासोनिक ने lumix नाम से विकसित किया था, जिसे 2009 के बाद olympus द्वारा भी अपनाया गया। सबसे पहला मिररलेस कैमरा एक माइक्रो फ़ॉर थर्ड कैमरा था जिसे पैनासोनिक ने 2008 में बाजार में उतारा था जिसका नाम पैनासोनिक लुमिक्स DMC-GL था।
फिल्म कैमरे में 3 प्रकार के कैमरे का प्रयोग होता है... 1) 35mm फ़िल्म फोटोग्राफी कैमरा 2) इंस्टेंट फ़िल्म कैमरा 3) डिस्पोजेबल फ़िल्म कैमरा
APSE:- ADVANCED PHOTO SYSTEM TYPE-C (DSLR) CROP SENSOR
अन्य महत्वपूर्ण कैमरे के प्रकार(Different types Of camera)
- Mirrorless Camera
- Action camera
- 360 degree camera
- Film camera
- Smartphone camera
- Bridge camera
- Instant camera
- Digital cine camera
- Rugged camera
- Medium format camera
- spy camera
- Body warn camera
- Web cam
- Camcorder
MORE….
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