उद्यमी की अवधारणा
उद्यमी की अवधारणा... वह व्यक्ति होता है जिसके अंदर, वह प्रेरक शक्ति होती है जिसका प्रयोग करके कोई भी व्यक्ति व्यवसाय व उद्योग को एक तत्व प्रदान कर सकता है. वह संगठनात्मक रूप लेकर या अकेला रहकर लाभ प्राप्त कर सकता है. उद्यमी के निर्णयों में लोच समय के अनुरूप हो सकता है और उसी के अनुसार उसके दृष्टिकोण में भी बदलाव हो सकता है. 
उद्यमी नवीन उपक्रमों की स्थापना में विशेष रुचि लेता है. वह लक्ष्य के प्रति हमेशा तत्पर रहता है, उसमें स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने तथा उत्तरदायित्व के निर्णय के निर्वहन की कुशलता होती है. उद्यमी समन्वयकर्ता होने का साथ भविष्य में होने वाले परिवर्तनों पर भी पकड़ बना कर रखता है.

उद्यमियों पर सरकार का जोर क्यों

  • आज का वर्तमान काल आधुनिक या औद्योगिक युग के रूप में जाना जाता है. किसी भी देश का विकास उसके आधुनिकता के आधार पर परखा जाता है. ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि, व्यापक और सम्पूर्ण औद्योगीकरण के बिना कोई भी देश उन्नति की राह पर नहीं चल सकता है.
  • दूसरी तरफ सम्पूर्ण विश्व में जनसंख्या बेलगाम रूप में निरंतर बढ़ता ही जा रहा है और भारत जैसे देश में जनसंख्या को लेकर और समस्या विकट है जो कि, शायद ही किसे से छिपा हो.
  • ऐसे में बढ़ती आबादी और इससे उत्पन्न बेरोजगारी और बेरोजगारी से बढ़ती परेशानी ने सरकार को उद्यमीकरण के संख्या में वृद्धि करने के लिए मजबूर किया है.
  • जिसके चलते सम्पूर्ण औद्योगीकरण के तरफ सरकार के कार्यक्रम निर्धारित और उसका समन्वय किया जा रहा है. क्योंकि, ऐसे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए संपूर्ण देश में , छोटे और बड़े दोनों प्रकार के उद्योगों का एक जाल बिछाने का एक नीति अपनाई जा रही है.
  • इससे आम जनता को लाभ मिल सकता है. इसी के साथ यह अर्थ-तंत्र के लिए औद्योगिक रूप में एक संजीवन बूटी के रूप में लाभ पहुँचा सकती है.

उद्यमी की अवधारणा

  1. जोखिम उठाने वाला
  2. उद्योग का कप्तान… अपने मन का मालिक
  3. संगठन एवं समन्वयकर्ता
  4. अपने व्यापार में पेशेवर

उद्यमी के गुण ?

  • हर उद्यमी बौद्धिक रूप से ईमानदार होता है क्योंकि उसको अपने उद्यम के बारे में अच्छा और बुरा समझता और जानता है और ऐसे किसी भी आकलन को खारिज में सक्षम होते हैं जिससे गलत होने की आशंका होती है.
  • आत्मविश्वास से परिपूर्ण
  • गुणवत्ता को लेकर हर वक्त सतर्क
  • आउट ऑफ दी बॉक्स सोच
  • कारोबार के हर पहलू पर मजबूत पकड़
  • जोखिम लेने वाला
  • हर परिस्थिति में अडिग रहना
  • उद्यमिता को आचरण के रूप में ग्रहण करना
  • जानकारी से भरपूर
  • निष्पक्ष और स्वच्छ रूप से अपने कार्य को करने वाला
  • प्रतिष्पर्धा से न डरने वाला
  • कमजोरियों का पता लगाकर उसका निदान करना
  • परिणाम जनित व्यवहार
  • प्रतिक्रिया(FEEDBACK) को विशेष महत्व देना

उद्यमी के कार्य ?

  • संसाधनों का आयोजन करने वाला
  • जनसंपर्क
  • सामाजिक उत्तरदायित्व
  • जोखिम लेने वाला
  • प्रबंधकीय भूमिकाएं
  • समाज में नव परिवर्तन लाने वाला
  • उद्यम में होने परेशानियों के अनुभव को साझा करना
  • आर्थिक विकास में सकारात्मक भूमिका निभाने वाला

उद्यमी के महत्वपूर्ण कौशल ?

  1. आपके अंदर एक लीडर का तत्व होना जरूरी है.
  2. प्रत्येक समस्या के निदान के लिए हल होना जरूरी
  3. विकट समस्याओं में खड़े रहने की क्षमता
  4. आत्मविश्वास
  5. असफलता केवल आपका एक पड़ाव, ठहराव नहीं.
  6. संबंधित कार्य की संपूर्ण जानकारी
  7. लक्ष्य के प्रति अडिग
  8. उद्देश्य सीसे पर पड़ रहे प्रतिबिंब की तरह साफ
  9. अर्जुन की तरह चिड़िया के आँख पर केवल फोकस, बाकी सब माया
  10. जोखिम लेते रहना ताकि नए समस्याओं की भान पहले ही मिल सके.
  11. मेहनत आपको महान बनाता है बिना मुह में निवाला डाले तो सामने पड़ा भोजन भी नहीं जाता.
  12. विश्वास अपने कार्य के प्रति होना चाहिए.

उद्यमिता के प्रकार

  • लघु व्यवसाय वाला
  • बड़ी कंपनी उद्यमिता
  • स्केलेबल स्टार्टअप उद्यमिता
  • सामाजिक उद्यमिता

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