CARDIAC ATTACK या हार्ट अटैक को जानना एक आम नागरिक के लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति सांस नहीं ले पा रहा है तो ऐसे कंडीशन में उपस्थित व्यक्ति को, CPR तब तक मरीज को देते रहना चाहिए जब तक आपातकालीन सर्विस वहां पहुंच न जाए। भारत के मशहूर सिंगर KK की मौत कार्डियक अटैक आने के बाद समय पर ट्रीटमेंट या कहें CPR नहीं देने के कारण हुई।
Aaj tak के एंकर रोहित शरदाना, सिद्धार्थ शुक्ला, 24 वर्ष की बंगाली एक्टर एंद्रीला शर्मा आदि ऐसी मौतें हैं जिनका कारण दिल ही रहा है।
CPR के काम करने की बात की जाए तो, इसकी मदद से एक व्यक्ति के अंदर खून के बहाव को तब तक बनाए रखने का प्रयास किया जा सकता है, जब तक, इस संबंध के पारंगत चिकित्सक वहां तक पहुंचे न हों। वहीं वह व्यक्ति, जिसे FIRST AID या पहले उपचार के बारे में कुछ भी न पता हो वो भी CPR KI मदद से किसी के जीवन को एक नए जीवन में बदल सकता है।
अगर कोई व्यक्ति, किसी संबंधित मरीज को दौरा या अरेस्ट आने पर उसे तुरंत सीपीआर देना प्रारंभ कर दे तो ऐसी स्थिति में ज्यादा चांसेज हैं कि, संबंधित व्यक्ति के बचने के चांसेज दो गुना से तीन गुना तक बढ़ सकते हैं।

CPR STEPS: QUICK REFERENCE
हमें CPR का प्रयोग किसी व्यक्ति पर तभी करना चाहिए जब , व्यक्ति सांस न ले पा रहा हो और कभी – कभी हाफ भी रहा हो। इसी के साथ आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि संबंधित व्यक्ति को CPR देने से पहले उन्हें बुलाना चाहिए और उनसे प्रश्न करने चाहिए अगर वे आपके बातों का, कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहें है आपके द्वारा कंधे पर हाथ रखने से वह कोई भी इशारा नहीं कर रहे और बदहवास हालत में हैं। तो ऐसी स्थिति में ज्यादा चांसेज हो सकता है की उन्हें दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट आया है।

वहीं अगर बच्चों या शिशुओं को तब सीपीआर दें सकते हैं, जब उन्हें साधारण तरीके से सांस लेने में समस्या हो रही हो या फिर आपकी बातों का जवाब नहीं दे पा रहे हों।
सीपीआर देने से पहले आपको यह देखना होगा कि आप जिस स्थान पर मरीज को सीपीआर देने जा रहे हैं क्या वह सुरक्षित है… उसके बाद ही सीपीआर के बुनियादी स्टेप्स को करें
- सबसे पहले अगर आप भारत में हैं तो इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल करें, वहीं अमेरिका जैसे देश में आपको इमरजेंसी सुविधा के लिए 911 पर कॉल करने की जरूरत होगी।
- व्यक्ति को उसके पीठ के बल लिटा दें और उनके वायुमार्ग को खोल दें।
- व्यक्ति के श्वास की जांच करें। अगर संबंधित व्यक्ति सांस नहीं ले पा रहा है तो सीपीआर बिना देरी के, देना शुरू कर दें।
- छाती को 30 बार दबाएं।
- संबंधित व्यक्ति को दो बार अपने मुंह से मरीज के मुंह में सांस दें।
- यह प्रक्रिया तब तक दोहराएं, जब तक एंबुलेंस या ऑटोमेटेड एकस्टर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) न आ जाए।
सीपीआर देने के लिए आपको सबसे पहले मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना है। अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें।

इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें। धक्का ऐसा हो, जिससे छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है। इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।

CARDIAC ARREST से बचने के ये हैं उपाय
- इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप फिट रहें और स्वस्थ रहें।
- अच्छा आहार लें, जो पौष्टिक हो, कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल वाला हो।
- कम तलीय भोजन का सेवन करें। वहीं, मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें या न ही करें, तो बेहतर रहेगा क्योंकि इनसे वजन बढ़ सकता है और हृदय रोगों के जोखिम को ये बढ़ा सकते हैं।
- शराब और धूम्रपान अगर आप करते हैं, तो आज ही त्याग दें क्योंकि ये हृदय संबंधी परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं।
- इससे बचने के लिए शारीरिक गतिविधि का काफी महत्व है।
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और ज्यादा जानकारी के लिए अपने पारिवारिक या फिर किसी पारंगत डॉक्टर से संपर्क करें….
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