
ऐसा देखा गया है कि जब भी किसी को इंजेक्शन लगाया जाता है तो इंजेक्शन लगाने से पहले सीरिंज से थोड़ी दवा बाहर निकाल दी जाती है। ऐसा करने का कारण यह है कि इंजेक्शन में जो हवा के बुलबुले होते हैं बाहर निकलना आवश्यक होता है। यदि हवा के इन बुलबुलों को सीरिंज से न निकाला गया तो यह बुलबुले रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकते हैं।
इसे चिकित्सा विज्ञान में एयर एम्बोलिज्म का नाम दिया गया है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है किंतु मानव शरीर के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हो सकता है। ये ठीक वैसे ही है जैसे पानी के पाइप में पत्थर या किसी प्रकार के कचरे का फँस जाना। यदि कचरा छोटा होता है तो पानी के प्रवाह से निकल सकता है किंतु यदि ये बड़ा हुआ तो वह पानी का प्रवाह बाधित कर सकता है।
ठीक इसी प्रकार मानव शरीर के साथ भी खाली इंजेक्शन लगाने से समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिसके कारण डॉक्टर इंजेक्शन लगाने से पहले कुछ दवा सीरिंज से निकाल देते हैं।
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