MACBRIDE COMISSION AND REPORT ON MEDIA(मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया):- 1970 और 1980 के दशक की शुरुआत में मीडिया पर सवाल खड़े किए जाने लगे। जहाँ विकसित और विकासशील देश के बीच मीडिया का दोहरा रूप में देखा जाने लगा।
इसके संदर्भ में “विल्बर श्राम” ने तर्क दिया कि ‘राष्ट्रों के बीच खबरों का प्रवाह बहुत कम है और इसमें विकसित राष्ट्रों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है पर विकासशील राष्ट्रों के लोगों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है और वास्तविकता को तोड़-मरोड़ दिया जाता है।’
दूसरे शब्दों में ये कहा जा सकता है कि विश्व मीडिया पश्चिमी हित की सेवा करता है और मीडिया के माध्यम को दुनिया पश्चिमी दृष्टिकोण से देखती है।
मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया
1970 दसक में तीसरी दुनिया या विकासशील देशों ने संचार और संस्कृत के इस संतुलन के माध्यम में सवाल उठाने शुरू कर दिए। इन सवालों का जवाब देने के लिए 1977 में united nation educational, scientific and culture organization (UNSCO) ने आधुनिक समाजों में संचार समस्याओं के अध्ययन के लिए international commission की शुरुआत की, विशेष रूप से मास मीडिया से संबंधित ये कमिशन था। (मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया)
1980 में मैकब्राइड कमीशन ने ‘कई आवाज,एक दुनिया’ शीर्षक से एक रिपोर्ट तैयार करी जिसे मैकब्राइड कमीशन के रूप में जाना गया। इस आयोग में मार्शल मैक्लहान समेत 15 संचार विशेषज्ञ ,शिक्षाविद, पत्रकारिता एवं प्रसारण विशेषज्ञों को सदस्य बनाया गया।
मैकब्राइड आयोग ने नई अर्थव्यवस्था के संबंध में विकाससील देशों की आवश्यकता को केंद्र में रख कर सूचना के मुक्त प्रवाह की समस्या पर 82 महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिसमे से 72 सुझाव मान लिए गए लेकिन 10 पर विरोध होने के कारण सुझाव नहीं माने गए। इसके बाद वह स्वतः ही समाप्त हो गया। (मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया)
मैकब्राइड आयोग का’नई दुनिया सूचना आदेश (NWICO) संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए शत्रुतापूर्ण था। इसका एक महत्त्वपूर्ण कारण था कि मुख्य रूप से कुछ विकसित देशों में अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस में मास मीडिया का बोलबाला था।
इस समय विकसित देशों से लेकर गरीब देशों तक जानकारी का लगभग एकतरफा प्रवाह था और उस समय बहुत कम समाचार विकाससील देशों के लिए दूसरे माध्यम से प्रसारित होते थे। पर ज्यादातर विकासशील देशों के बारे में जो खबरे आती थी उसे मीडिया घरानों द्वारा विकृत या अस्वीकार कर दिया जाता था। (मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया)
जिसपर “MacBride commission” नें गहरा हस्तक्षेप किया था और इसी कारण विकसित देश की मीडिया ने मानने से इंकार कर दिया। अंत में ब्रेलग्रेड के बैठक में महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव यह निकला की सभी सदस्य देश अपनी राष्ट्रीय क्षमताओं का विकास करें और विचार, अभिव्यक्ति एवं सूचना की स्वतंत्रता की रक्षा करें। (मैकब्राइड आयोग और मीडिया का नजरिया)
Please use only for education purpose only.(MACBRIDE COMISSION AND REPORT ON MEDIA)
All Image credit:-google imagesReference:-1.MacBride commission Wikipedia2.Media3.New Media
READ MORE
- NARKO TEST (नार्को टेस्ट)
- सुबह के समय ही क्यों आते हैं ज्यादा हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट
- क्या है बचत फ्लेक्सी जमा योजना?
- AIDA Model: AIDA मॉडल क्या है.
- Jansanchar madhyam ke siddhant
- Media sodh(मीडिया शोध)
- रोजाना खाई जाने वाली ये 10 चीजें बड़ा सकती है आपके दिल की मुश्किलें