हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे यूट्यूब चैनल रिव्यु टीवी पर, मै अभिनव तिवारी
दोस्तों जिस प्रकार से चाइल्ड सेक्सुअल, डोमेस्टिक वायलेंस जैसे मुद्दों को सामने रखा जा रहा है उस हिसाब से लगता है कि अब लोग अपने कर्तव्यों को समझने लगे हैं पर फिर भी क्या इन जैसे मुद्दों को गाली गलौझ से समझना या सुलझाना जरूरी है क्या, इन सभी सवालों का जवाब netflix पर आई नई फिल्म रात अकेली है ने जवाब दे दिया है, जिसका निर्देशन किया है हनी त्रेहान ने। जिनका मानना है कि audience को उतना ही दिखाना चाहिए जितने से ऑडियंस खुद से सवाल करने में सक्षम हो सके और खुद उन चीजों का हल धूड़ सके, जो एक फ़िल्म में दिखाने का कारण रही हो।
दोस्तों यह फ़िल्म लगभग ढाई घंटे की है, लेकिन इन ढाई घंटो में वो सब मिल जाएगा जो आप एक फ़िल्म से चाहते हैं और वहीं फ़िल्म में सस्पेंस को इस हिसाब से सजाया गया है कि फ़िल्म के आखरी तक आपको कहीं जाने नहीं देगा।
अब अगर हम इस फ़िल्म के किरदारों की बात करें तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी और राधिका आप्टे ने इंस्पेक्टर जटिल यादव और राधा का किरदार बखूबी निभाया है और वहीं सहायक किरदार के रूप में padmavati राव, शिवानी रघुवंशी और खालिद tyabji को आप देखेंगे जिन्होंने प्रमिला सिंह ,वसुधा सिंह और रघुबीर सिंह का किरदार निभाया है।
इस बार कहानी है कानपुर उत्तर प्रदेश की। जहाँ रघुबीर सिंह की शादी के पहले रात को ही हत्या कर दी जाती है।अब इस हत्या की जांच पड़ताल करने के लिए जटिल यादव को केस सौंपा जाता है जो पहले तो एक ही एंगल से जांच करना शुरू करता है पर फिर उसे लगता है कि , शायद इसे एक एंगल से देखना गलत है इसलिए उन सभी एंग्लो को खोजना शुरू करता है जहाँ से उसे कुछ पता चल सके।उसके पता करते करते इस फ़िल्म में चार लोगों की मौत हो चुकी होती है और अब घर का हर सदस्य मुजरिम लगने लगता है,,, जिसके जाल मे खुद जटिल यादव फस जाते हैं…….. अब आगे क्या होगा…..
क्या जटिल यादव इस जाल से निकल पाते हैं…..क्या रघुबीर सिंह की हत्या का आरोपी पकड़ा जाता है.. क्या यह आरोपी घर का है…इन जैसे सभी सवालों के जवाब के लिए देखना होगा आपको रात अकेली है मूवी।।।
दोस्तों कहानी के अच्छाइयों की बात करें तो फ़िल्म में जहाँ नवाजुद्दीन सिद्दीकी और राधिका आप्टे जैसे किरदार हो तो फ़िल्म में रोचकता आ ही जाती है और वहीं दूसरी तरफ डायरेक्टर और कास्टिंग टीम ने इस फ़िल्म को अपना पूर्ण योगदान दिया है।लेकिन बुराई की बात करे तो फ़िल्म की स्पीड शुरुआत में बहुत धीमी है और कई सीन ने बेवजह अपनी जगह बना लिया है पर ओवरआल देखा जाए तो फ़िल्म अच्छी है और नेटफ्लिक्स के पिछले फिल्मों की तरह गालियों वाली फिल्म नही है।
दोस्तों मै इस फ़िल्म को 5 में से साढ़े तीन स्टार दूँगा पर आप इस फ़िल्म को कितना स्टार देंगे हमे कमेंट करके जरूर बताइये और अगर आपने अभी तक हमारे चैनल को लाइक subscribe और शेयर नहीं किया तो तुरंत कर दीजिए।
तो दोस्तों मिलते हैं आपसे अगली वीडियो में तब तक धन्यवाद जय हिंद……
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